शेयर मार्केट वैसे तो खूब ही सरल है। जो आप उसे पहली नजर से देखेंगे लेकिन यह उतना ही उलझन भरा है। शुरुआत में जब हमने कोई रकम के शेयर नहीं खरीदे तब तक यह सिंपल लगेगा। जब आपने कुछ खरीद लिया अपनी जमा पूंजी से बाद में पता चलेगा यह कितना खतरनाक है। इसलिए शेयर मार्केट में बिना कोई समझ के दूसरों के बहकावे में आकर कभी भी अपनी उपयोगी जमा पूंजी को खर्च न करें।
यहां हम शेयर मार्केट में शुरुआती समय में आप क्या-क्या कर सकते हैं उसके बारे में विस्तृत बताया है। शेयर मार्केट की शुरुआत कैसे करें। किस प्रकार के उसमें अलग-अलग निवेश आते हैं उसके बारे में जानेंगे।
शेयर मार्केट सीखने के लिए कुछ कदम:
1. मूलभूत अवधारणाओं को समझें:
शेयर क्या है: कंपनी के स्वामित्व का एक छोटा सा हिस्सा।
- जब आप किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी के आंशिक मालिक बन जाते हैं।
- शेयरधारकों को कंपनी के मुनाफे में हिस्सा मिलता है, जिसे लाभांश कहा जाता है।
- शेयर की कीमतें बाजार की मांग और आपूर्ति के आधार पर ऊपर-नीचे होती रहती हैं।
स्टॉक एक्सचेंज: शेयर खरीदने और बेचने का प्लेटफॉर्म (जैसे, NSE, BSE)
- यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहाँ खरीदार और विक्रेता शेयरों का आदान-प्रदान करते हैं।
- भारत में दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE)
- स्टॉक एक्सचेंज कंपनियों को पूंजी जुटाने और निवेशकों को शेयरों में निवेश करने का अवसर प्रदान करते हैं।
ट्रेडिंग और निवेश: ट्रेडिंग का मतलब अल्पकालिक मुनाफे के लिए शेयर खरीदना-बेचना, जबकि निवेश का मतलब लंबी अवधि के लिए शेयर रखना।
- ट्रेडिंग: अल्पकालिक मुनाफे के लिए शेयरों को बार-बार खरीदना और बेचना। ट्रेडर बाजार के उतार-चढ़ाव का फायदा उठाकर पैसा कमाने की कोशिश करते हैं। यह एक जोखिम भरा काम है और इसके लिए बाजार की अच्छी समझ और तकनीकी विश्लेषण की जरूरत होती है।
- निवेश: लंबी अवधि के लिए शेयरों को रखना, कंपनी के विकास और मुनाफे में हिस्सा लेने के उद्देश्य से। निवेशक कंपनी के फंडामेंटल्स और भविष्य की संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं। यह ट्रेडिंग की तुलना में कम जोखिम भरा होता है, लेकिन इसके लिए धैर्य की आवश्यकता होती है।
मूल्यांकन: कंपनी के शेयर की सही कीमत क्या है, यह जानने के तरीके।
- यह जानने की प्रक्रिया है कि किसी कंपनी का शेयर कितना मूल्यवान है।
- मूल्यांकन के कई तरीके हैं, जैसे कि फंडामेंटल विश्लेषण, तकनीकी विश्लेषण, और तुलनात्मक विश्लेषण।
- मूल्यांकन निवेशकों को यह तय करने में मदद करता है कि किसी शेयर की कीमत उचित है, अधिक है या कम।
2. संसाधन खोजें:
जब आप शेयर बाजार के बारे में सीखना शुरू करेंगे, तो आपको शुरुआत दिनों में कुछ पता नहीं होगा इसके लिए यहां पर हमारी वेबसाइट तो है ही successmindmantra.in साथ ही आप युटुब और अन्य जगहों से ज्ञान ले सकते हैं। जैसे की
किताबें: “The Intelligent Investor” by Benjamin Graham, “One Up On Wall Street” by Peter Lynch
“The Intelligent Investor” by Benjamin Graham: निवेश के क्षेत्र में यह एक क्लासिक किताब मानी जाती है। यह किताब वैल्यू इन्वेस्टिंग के सिद्धांतों पर आधारित है, जो आपको सिखाता है कि कंपनियों के वास्तविक मूल्य का आकलन कैसे करें और समझदारी से निवेश करें।
“One Up On Wall Street” by Peter Lynch: यह किताब एक प्रसिद्ध फंड मैनेजर द्वारा लिखी गई है। यह किताब आपको सिखाती है कि अपने आस-पास की कंपनियों का विश्लेषण कैसे करें और उनमें निवेश के अवसरों को कैसे पहचानें।
वेबसाइट्स: Investopedia, Moneycontrol, Successmindmantra.in
- Investopedia: यह एक व्यापक वेबसाइट है जो शेयर बाजार, निवेश और वित्तीय शब्दावली के बारे में जानकारी प्रदान करती है। यहां आपको लेख, ट्यूटोरियल, वीडियो और अन्य शैक्षिक सामग्री मिलेंगी।
- Moneycontrol: यह एक लोकप्रिय भारतीय वेबसाइट है जो शेयर बाजार समाचार, विश्लेषण, स्टॉक कोट्स, चार्ट और अन्य उपकरण प्रदान करती है।
- successmindmantra.in : यह वेबसाइट हिंदी में शेयर मार्केट के बारे में सिंपल और शादी भाषा में समझते हैं । साथ ही ऑनलाइन पैसे कमाने के अन्य तरीके भी दिखाते हैं ।
YouTube चैनल: SOIC, Pranjal Kamra
- SOIC (School Of Intrinsic Compounding): यह चैनल वैल्यू इन्वेस्टिंग के सिद्धांतों और लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान केंद्रित करता है।
- Pranjal Kamra: यह चैनल व्यक्तिगत वित्त, म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
ऑनलाइन कोर्स: कई संस्थान शेयर मार्केट के कोर्स प्रदान करते हैं । इन कोर्सों में आपको बाजार के मूल सिद्धांतों, तकनीकी विश्लेषण, फंडामेंटल विश्लेषण और पोर्टफोलियो प्रबंधन के बारे में सिखाया जाएगा। आप अपने आसपास अगर कोई लोकल कोर्स सीखना है तो वहां पर भी सीख सकते हैं ।
संसाधनों को चुनते समय अपने लक्ष्यों, सीखने की शैली और बजट को ध्यान में रखें।
3. बाजार का अध्ययन करें:
न्यूज और विश्लेषण पढ़ें: आर्थिक समाचार, कंपनी समाचार, और बाजार विश्लेषण का पालन करें।
- आर्थिक समाचार: वैश्विक और स्थानीय आर्थिक घटनाओं, जैसे ब्याज दरों में बदलाव, मुद्रास्फीति, और सरकारी नीतियों का शेयर बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। आर्थिक समाचारों का पालन करके आप बाजार की दिशा का अंदाजा लगा सकते हैं।
- कंपनी समाचार: जिन कंपनियों में आप निवेश करने में रुचि रखते हैं, उनके बारे में समाचार पढ़ें। कंपनी के वित्तीय परिणाम, नए उत्पाद लॉन्च, विलय और अधिग्रहण जैसी घटनाओं से शेयर की कीमत प्रभावित हो सकती है।
- बाजार विश्लेषण: विभिन्न वित्तीय विशेषज्ञों और विश्लेषकों द्वारा किए गए बाजार विश्लेषण को पढ़ें। इससे आपको बाजार के रुझानों और विभिन्न क्षेत्रों और कंपनियों की संभावनाओं को समझने में मदद मिलेगी।
कंपनियों पर शोध करें: जिन कंपनियों में आप निवेश करना चाहते हैं, उनकी वित्तीय स्थिति, प्रबंधन, और भविष्य की योजनाओं को समझें।
- वित्तीय विवरण: कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट और अन्य वित्तीय विवरणों का अध्ययन करें। इससे आपको कंपनी के राजस्व, लाभप्रदता, ऋण और अन्य महत्वपूर्ण वित्तीय मानकों के बारे में जानकारी मिलेगी।
- प्रबंधन: कंपनी के प्रबंधन टीम के बारे में जानें। अनुभवी और सक्षम प्रबंधन टीम कंपनी की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होती है।
- भविष्य की योजनाएँ: कंपनी की भविष्य की योजनाओं, जैसे नए उत्पाद लॉन्च, विस्तार योजनाओं और प्रतिस्पर्धी रणनीतियों का आकलन करें।
चार्ट और तकनीकी विश्लेषण: शेयर की कीमतों के पैटर्न को समझने के लिए चार्ट का उपयोग करें।
- चार्ट: शेयर की कीमतों के ऐतिहासिक पैटर्न का अध्ययन करने के लिए विभिन्न प्रकार के चार्ट का उपयोग करें, जैसे कि लाइन चार्ट, बार चार्ट और कैंडलस्टिक चार्ट।
- तकनीकी विश्लेषण: तकनीकी संकेतकों और चार्ट पैटर्न का उपयोग करके भविष्य की कीमतों की भविष्यवाणी करने का प्रयास करें।
याद रखें, बाजार का अध्ययन एक सतत प्रक्रिया है। बाजार की गतिशीलता को समझने और अपने निवेश कौशल को विकसित करने के लिए आपको लगातार सीखते रहना होगा।
4. अभ्यास करें:
डेमो अकाउंट: वर्चुअल पैसे से शेयर बाजार में ट्रेडिंग का अभ्यास करें।
- कई ऑनलाइन ब्रोकरेज प्लेटफ़ॉर्म डेमो अकाउंट की सुविधा प्रदान करते हैं। ये अकाउंट आपको वर्चुअल पैसे से शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने की अनुमति देते हैं, जिससे आप बिना किसी वास्तविक वित्तीय जोखिम के बाजार की गतिशीलता को समझ सकते हैं और अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों का परीक्षण कर सकते हैं।
- डेमो अकाउंट का उपयोग करके आप ऑर्डर देना, विभिन्न प्रकार के ऑर्डर का उपयोग करना, स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट करना और अपने पोर्टफोलियो को ट्रैक करना सीख सकते हैं।
छोटी शुरुआत करें: कम पैसे से निवेश शुरू करें और धीरे-धीरे अपने पोर्टफोलियो का निर्माण करें।
- जब आप वास्तविक पैसे से निवेश शुरू करते हैं, तो छोटी शुरुआत करना बुद्धिमानी है। इससे आप अपने जोखिम को सीमित कर सकते हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव से सीख सकते हैं।
- जैसे-जैसे आपका अनुभव और आत्मविश्वास बढ़ता है, आप धीरे-धीरे अपने निवेश को बढ़ा सकते हैं।
अभ्यास के अतिरिक्त लाभ:
- आत्मविश्वास का निर्माण: अभ्यास करने से आप बाजार के साथ अधिक सहज महसूस करेंगे और आपके निवेश निर्णयों में आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- जोखिम प्रबंधन: डेमो अकाउंट का उपयोग करके आप विभिन्न ट्रेडिंग रणनीतियों का परीक्षण कर सकते हैं और अपने जोखिम प्रबंधन कौशल को बेहतर बना सकते हैं।
- भावनात्मक नियंत्रण: अभ्यास करने से आप अपने निवेश निर्णयों को भावनाओं से प्रभावित होने से रोक सकते हैं, जो शेयर बाजार में सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
याद रखें, अभ्यास एक सतत प्रक्रिया है। जितना अधिक आप अभ्यास करेंगे, उतना ही बेहतर आप शेयर बाजार में निवेश करने में सक्षम होंगे।
5. धैर्य रखें और अनुशासित रहें:
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।
- शेयर बाजार की प्रकृति चक्रीय होती है। इसमें तेजी और मंदी के दौर आते रहते हैं। कभी-कभी बाजार में तेजी से गिरावट भी आ सकती है।
- धैर्य रखने से आप बाजार के उतार-चढ़ाव से घबराए बिना अपने निवेश लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित रखें और भावनाओं में बहकर निर्णय न लें।
- जब बाजार में गिरावट आती है, तो घबराहट में आकर अपने शेयर बेचने का मन कर सकता है। वहीं, जब बाजार में तेजी होती है, तो लालच में आकर अधिक जोखिम लेने का मन कर सकता है।
- अनुशासित रहने से आप भावनाओं में बहकर गलत निर्णय लेने से बच सकते हैं और अपनी निवेश योजना पर टिके रह सकते हैं।
धैर्य और अनुशासन के साथ निवेश करने के फायदे:
- लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न: शेयर बाजार में लंबी अवधि में निवेश करने से आपको बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- जोखिम में कमी: धैर्य और अनुशासन आपको भावनात्मक निर्णय लेने से रोकते हैं, जिससे आपके निवेश का जोखिम कम होता है।
- वित्तीय लक्ष्यों की प्राप्ति: धैर्य और अनुशासन के साथ निवेश करने से आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं, जैसे कि सेवानिवृत्ति के लिए बचत करना या घर खरीदना।
याद रखें, शेयर बाजार एक मैराथन है, स्प्रिंट नहीं। धैर्य और अनुशासन के साथ निवेश करके आप लंबी अवधि में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
अतिरिक्त सुझाव:
एक वित्तीय सलाहकार की मदद लें।
- यदि आप शेयर बाजार में नए हैं या अपने निवेश निर्णयों के बारे में अनिश्चित हैं, तो एक योग्य वित्तीय सलाहकार की मदद लेना फायदेमंद हो सकता है।
- एक सलाहकार आपके वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और निवेश की समय सीमा के आधार पर एक व्यक्तिगत निवेश योजना बनाने में आपकी मदद कर सकता है।
अपने जोखिम को समझें और उसके अनुसार निवेश करें।
- सभी निवेशों में कुछ हद तक जोखिम होता है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले, अपने जोखिम सहनशीलता का आकलन करें और उसके अनुसार निवेश करें।
- यदि आप जोखिम से बचने वाले हैं, तो आपको कम जोखिम वाले निवेशों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जैसे कि बड़े-कैप कंपनियों के शेयर या म्यूचुअल फंड।
विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो बनाएं।
- अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में न रखें। अपने निवेश को विभिन्न प्रकार की संपत्तियों, क्षेत्रों और कंपनियों में फैलाकर विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो बनाएं।
- इससे आपके पोर्टफोलियो का जोखिम कम होगा और बाजार के उतार-चढ़ाव से बचा जा सकेगा।
नियमित रूप से अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें।
याद रखें, शेयर बाजार में सफलता रातोंरात नहीं मिलती है। सीखने, अभ्यास करने और अनुशासित रहने की जरूरत होती है।
- बाजार की स्थितियों और आपके वित्तीय लक्ष्यों में बदलाव के साथ, अपने पोर्टफोलियो की नियमित रूप से समीक्षा करना और आवश्यकतानुसार समायोजन करना महत्वपूर्ण है।
- इससे यह सुनिश्चित होगा कि आपका पोर्टफोलियो आपके लक्ष्यों के साथ संरेखित है और इष्टतम रिटर्न प्रदान कर रहा है।
इन अतिरिक्त सुझावों का पालन करके, आप शेयर बाजार में अपने निवेश अनुभव को और अधिक सफल और फायदेमंद बना सकते हैं।